हमें शराब पीने की अज़ब ये अच्छी आदत हुई
हकीक़त को हकीक़त बोल बैठे ना जाने कौन-सी आफत हुई
आबाद हैं अभी हम,हमको तबाह ना समझो मगर हाँ ये सच है
बे नज़ीर इस विलायती मोहब्बत में बस गरीब ये चाहत हुई
कोई कायदा भी है कुछ उसूल भी, हम बड़े मासूम गुनाहगार भी
हमको मालूम नहीं जुल्म भी अपना,फिर सजा किस कसूर के बाबत हुई?
आज फिर करते हैं होंसलों की बातें वो, जो खुद ही किसी आग में जलते हैं
हमें किसी की जरुरत नहीं अकेले में इक सुकून मिला कुछ राहत हुई
कहीं दिलों में कुछ ख्वाब थे 'अक्षय' तो कहीं निगाहों में कुछ हकी़कत
हम आईने से लड़ा करते थे तक़दीर को लेकर न जाने कैसी हालत हुई ।
"अक्षय-मन "
आज फिर करते हैं होंसलों की बातें वो, जो खुद ही किसी आग में जलते हैं
हमें किसी की जरुरत नहीं अकेले में इक सुकून मिला कुछ राहत हुई
कहीं दिलों में कुछ ख्वाब थे 'अक्षय' तो कहीं निगाहों में कुछ हकी़कत
हम आईने से लड़ा करते थे तक़दीर को लेकर न जाने कैसी हालत हुई ।
"अक्षय-मन "
हकीकत को हकीकत बोल बैठे न जाने कौन सी आफत हुई ---- बहुत खूब।
जवाब देंहटाएंमेरे मालिक तू बता दे क्यों बना ऐसा जहाँ।
सच को लाओ सामने तो दुश्मनी होती यहाँ।।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
Vaah.............lajawaab kahaa hai, bahoot hi khoobsooorat rachnaa hai
जवाब देंहटाएंअक्षय जी.....
जवाब देंहटाएंवाह-वाह बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने.....
मन लुभा गई आपकी रचना......
bhavnaon ne chhoo liya.
जवाब देंहटाएं--ashok lav
kya baat hai akshay
जवाब देंहटाएंbhauta chi gazal likhi hai
sukun akele me hi milta hai ..sahi kaha
saja kiss kasoor k baabat huii ....
जवाब देंहटाएंbus itna hii likhna hai mujhe ....
nice
जवाब देंहटाएंnice sundar koshis lage rahiye eeshwar aapko aur bhi achchha aur bhiiiiiiiiiiiiiiiiiiachchha likhna sikhayega.
जवाब देंहटाएंwah wah bahut khub .
जवाब देंहटाएंakshay bhaiyya,
जवाब देंहटाएंbahut dino baad aaye ho maidaan me , pahle to iski badhai sweekar kariyenga ..
rahi baat nazm ki ,to ye kahun ki har sher nayaab tohafa hai aapka ham sab ke liye to koi atishyokti nahi hongi .. 4th sher to bus kamal ka hai aur hausala bhi badata hai .
meri dil se badhai sweekar karo beta ..
aur jaldi jaldi bahut si nazme likho ..
haan , agar samay mile to mere blog par dastak dena .. nayi kavita --tera chale jaana -- aapke comment ka intjaar kar rahi hai ..
vijay
bahut badhiya rachna..........bahut dinon baad likhi aur lajawab likhi.
जवाब देंहटाएंवाह भाई अक्षय बेहतरीन रचना लिखी है और ब्लाग भी बहुत ही मन मोहक बनाया है शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंsach ko aapne sach sabit kar diya
जवाब देंहटाएंwo v iss tarah ki sachaiyeee buri na lagi