ख़ुद के लिए जो हर बात के माइने बदल देते हैं
नकाबों पे नकाब चढ़े हैं चहरे तो वही हैं पर वो
आईने बदल देते हैं !
वक्त की शाख़ पर यादों के पत्ते और आती-जाती हालातों की आँधियाँ
बिखरे-बिखरे से कुछ रिश्ते बीते लम्हों के जैसे,समेटने निकलूं गर,
वो अपने घर-घराने बदल देते हैं !
प्यार तो एक बुलबुला है ज़ज्बातों का एक बूंद भी सैलाब ले आएगी उसमे
ज़रा आंसुओं को थाम लो अपने कभी-कभी ये अश्क भी अफ़साने बदल देते हैं
उड़ते आसमां को छूने की ख्वाइश अगर ये रुके-रुके से कदम कर लें तो
कसूर नही अपना क्या कहें, तुफानो की आहट पे आसमां तो
आसमां लोग-बाग ज़माने बदल देते हैं
तुम साकी "अक्षय" को दोष ना दो नशे मे है वो या कहलो है मदहोश मोहब्बत मे
इसलिए तेरे लबों से जो छूकर आए वो झूठे पैमाने बदल देते हैं
अक्षय-मन
आईने बदल देते हैं !
वक्त की शाख़ पर यादों के पत्ते और आती-जाती हालातों की आँधियाँ
बिखरे-बिखरे से कुछ रिश्ते बीते लम्हों के जैसे,समेटने निकलूं गर,
वो अपने घर-घराने बदल देते हैं !
प्यार तो एक बुलबुला है ज़ज्बातों का एक बूंद भी सैलाब ले आएगी उसमे
ज़रा आंसुओं को थाम लो अपने कभी-कभी ये अश्क भी अफ़साने बदल देते हैं
उड़ते आसमां को छूने की ख्वाइश अगर ये रुके-रुके से कदम कर लें तो
कसूर नही अपना क्या कहें, तुफानो की आहट पे आसमां तो
आसमां लोग-बाग ज़माने बदल देते हैं
तुम साकी "अक्षय" को दोष ना दो नशे मे है वो या कहलो है मदहोश मोहब्बत मे
इसलिए तेरे लबों से जो छूकर आए वो झूठे पैमाने बदल देते हैं
अक्षय-मन
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंहिन्दी चिट्ठाजगत में आपका हार्दिक स्वागत है। बहुत बढ़िया रचना है, नियमित लिखा करें।
जवाब देंहटाएं॥दस्तक॥
गीतों की महफिल
तकनीकी दस्तक
bhai bahut dino baad tumhari koi poem itnii jyaada pasand aayi hai
जवाब देंहटाएंab lag raha hai kii akshaya apane rang me fir se aa raha hai ..............
manas ........
weldone
likhte raho ........
Sach likha hai.... bahut achchha likhs hai...
जवाब देंहटाएंप्यार तो एक बुलबुला है ...बहुत पसंद आई आपकी यह रचना ..खुबसूरत भाव हैं इस के
जवाब देंहटाएंbahut hi ummda ...
जवाब देंहटाएंyaar bahit sahi hai ,
जवाब देंहटाएं" ghar-gharane badal deten hai " ek dam cha gaye ho hero.. ..
Good very good,
regards
vijay
yaar , kabhi meri poems par kuch comments likh diya karo .
हमेशा की तरह बेहतर. वाह!
जवाब देंहटाएंउङते आसमां को छूने की ख्वाहिश
जवाब देंहटाएंअगर ये रुके-रुके से कदम कर लें,
तो कसूर नहीं अपना क्या कहें,
तुफानों की आहट पे आसमां तो,
आसमां लोग-बाग ज़माने बदल देते हैं।
बहुत अच्छा लिखा है। वाह...
bikhre-bikhre se kuchh rishte....panktiyan to bahut hee achhee lagien.
जवाब देंहटाएं--ashok lav
bouth he aacha blog hai dear aapka nice work good going
जवाब देंहटाएंvisit my site shyari,recipes,jokes and much more vice plz
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pyar ek bulbula hai bahut sundar baki sari nazm hi behtarin
जवाब देंहटाएंvery good akshay i m proud of you bro.......
जवाब देंहटाएंbahut gaharai hai bhai aapki rachnaon men .I am really impressed alot.why dont you comment regularly on my blog and kindly advise accordingly.you hav made yr blog worth looking, congrats. pl. add a hindi baksa to make comments in hindi as well.
जवाब देंहटाएंdr.bhoopendra with love
Man ke bhavon ko itni gahrai se ootara hai aapne....padker achcha laga ...achcha likh lete hai aap...likhte rahiye....badhai....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिखा हैं! बधाई आपको! जारी रखें!
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