वो पावन सा है दिल जिसका जो मोजों की रवानी है
वो सावन सा है मन जिसका जो ओंसो की जवानी है
ना ये तेरी कहानी है ना ये मेरी कहानी है
ढाई आखर प्रेम के इतनी बात बतानी है
ये प्रेम कहानी है!
मैं तुझसे दूर हूं लेकिन एहेसासों में मैं जीता हूं
तू गर है मदिरा तो मैं मदिरा की आतुरता हूं
कहाँ जाएगा तू बचके इतना तू बतला दे
है अगर समुंदर तू मैं उसका अहाता हूं
कभी अश्को का बादल था
अब खुशियों का सागर हूं
कभी तिनको का आँचल था
अब महफिलों की गागर हूं !
किसी का तू दीवाना था अब दुनिया तेरी दीवानी है
मानो तो प्रेम ही जीवन न मानो मनमानी है
ना ये तेरी कहानी है ना ये मेरी कहानी है
ढाई आखर प्रेम के इतनी बात बतानी है
ये प्रेम कहानी है
ये प्रेम कहानी है!!
तू गर है मदिरा तो मैं मदिरा की आतुरता हूं
कहाँ जाएगा तू बचके इतना तू बतला दे
है अगर समुंदर तू मैं उसका अहाता हूं
कभी अश्को का बादल था
अब खुशियों का सागर हूं
कभी तिनको का आँचल था
अब महफिलों की गागर हूं !
किसी का तू दीवाना था अब दुनिया तेरी दीवानी है
मानो तो प्रेम ही जीवन न मानो मनमानी है
ना ये तेरी कहानी है ना ये मेरी कहानी है
ढाई आखर प्रेम के इतनी बात बतानी है
ये प्रेम कहानी है
ये प्रेम कहानी है!!
किसी का तू दीवाना था अब दुनिया तेरी दीवानी है
जवाब देंहटाएं.................
प्रेम की खूबसूरत बानगी...
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जवाब देंहटाएंtumne to prem sudhiyon ki baarish kar dali.......
जवाब देंहटाएंpyaar ko nazar na lage
वाह, बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति है..!!
जवाब देंहटाएंभाई वाकई अनुपम रचना है ढाई आखर प्रेम को आपने जिस खुबसूरत अंदाज़ में पिरोया है वह कबीले तारीफ है | प्रेम की अभिवयक्ति आपने कितने प्रेमपूर्ण तरीके से की है कि मैं प्रेममय हो उठा हूँ आगे भी इसी तरह प्रेम कि फुहारों से हम सबों को भिगोते रहें
जवाब देंहटाएंसुभकामनाओं के साथ "सागर"